
क्रिजैक आईपीओ लिस्टिंग व जानकारी
Crizac (Crizac Ltd.) ने NSE/BSE पर अपने IPO के साथ शानदार प्रदर्शन किया – Issue Price ₹245 पर जारी हुआ, और listing पर लगभग 15% की बढ़त (₹281.05 पर)
IPO की मुख्य बातें
- कुल IPO ₹860 करोड़ का था, जिसमें 60+ गुना ओवरसब्सक्रिप्शन हुआ—institutional और retail दोनों में मजबूत रुचि देखी गई ।
- कंपनी शून्य कर्ज वाली है, FY25 में ₹849 करोड़ का राजस्व और ₹153 करोड़ का PAT दर्ज किया—ROE ~30‑40%, EBITDA मार्जिन ~25‑30% ।
- पर कंपनी पूरी तरह से Offer‑for‑Sale (OFS) के तहत आई, यानी कंपनी को कोई ताज़ा पूंजी नहीं मिली—यह वृद्धि आंतरिक स्रोतों पर ही निर्भर होगी ।
मजबूत पक्ष
- प्रबल नेटवर्क इफेक्ट
10,000+ एजेंट्स और 170+ अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ एक सशक्त B2B प्लेटफ़ॉर्म । - शुद्ध रूप से लाभकारी और ऋण-मुक्त
Zero debt, मजबूत cash flows, healthy financial metrics—दीर्घकालीन मजबूती के लिए संकेत । - लागत बनाम चयनित वृद्धि परदर्शन
FY23‑25 के दौरान राजस्व और मुनाफे में तेज़ी—Revenue CAGR ~76%, PAT में ~40% YoY वृद्धि ।
जोखिम कारक
- भारी एकाग्रता
राजस्व का ~95% UK पर निर्भरता; टॉप‑3 संस्थानों पर ~50% से अधिक निर्भरता । - मूल्यांकन दृष्टिकोण
~28x FY25 P/E, ~8‑9x P/B; OFS होने के चलते भविष्य की growth capital के लिए सीमित विकल्प । - वैश्विक शिक्षा पर निर्भरता
छात्र वीजा नियमों, अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों और एजेंट नेटवर्क पर कंपनी की निर्भरता अहम जोखिम है ।
क्या करें: Buy, Hold, Sell?
|🟢 Buy| चाहने वाले निवेशक जो टैबुलर ग्रोथ और मजबूत वित्तीयों में भरोसा रखते हैं, उन्हें लंबी अवधि के लिए खरीद सकता है। |
|🟡 Hold| यदि आपने IPO में भाग लिया है या पहली सूची से लाभ उठाया है, तो आगे भी कम गिरावट की उम्मीद में होल्ड करना बेहतर है—क्योंकि इसकी असली सेलिंग तब होगी जब fundamentals से मेल ना खाए कीमत मिले। |
|🔴 Sell| अगर आप कम जोखिम व छोटे लक्ष्य वाले निवेशक हैं, तो 15–20% लाभ पर Partial Profit Booking करना समझदारी हो सकता है। |
संक्षेप में
Crizac एक asset‑light, high‑growth, debt‑free कंपनी है, जिसने मजबूत शुरुआती प्रतिक्रिया दिखाई है। लंबी अवधि (2–3 साल) के लिए यह एक आकर्षक निवेश हो सकता है, बशर्ते वैश्विक छात्र भर्ती में निरंतर वृद्धि बनी रहे।
लेकिन चूंकि इसका OFS IPO है और valuation premium पर है, इसलिए अल्पकालीन निवेशकों को Listing Gains पर Partial Profit Booking करके हिस्सेदारी रखने का रास्ता अपनाना चाहिए।